- Ratan Roy
Kya Prabhu Yeeshu Masih Ne Kabhi bhi kaha tha ki mai parmeshwar hu?
Updated: Aug 11, 2020

क्या यीशु मसीह ने कभी भी कहा कि मैं परमेश्वर हूं?
यदि मैं खुद अपना बड़ाई करूं तो कौन मेरा विश्वास करेगा? यदि मैं खुद दावा करूं की मैं कौन हूं तो भी कौन मेरा विश्वास करेगा। पर आपका काम दावा करना चाहिए की आप कौन है? आपका जीवन जीने का तरीका और काम गवाही देना चाहिए कि आप कौन है? ऐसा ही यीशु मसीह ने किया। उसने नहीं बताया कि वह कौन हैं? उसने अपने कामों के द्वारा बताया कि वह कौन है? लोगों ने यीशु के कामों को देखकर गवाही दिया कि यीशु मसीह कौन है लेकिन यीशु मसीह ने खुद नही बताया कि वह कौन है? ताकि लोग ये ना कहे कि ये खुद अपनी ही बड़ाई करता है। लोग तभी आपको पहचानते हैं जब आप कोई ऐसा काम करते हैं जिसे दूसरा कोई नहीं कर सकता। नाम आपको पहचान नहीं देता बल्कि आपका काम ही आपके नाम को पहचान देता हैं।
यीशु मसीह ने लोगों के पापों को क्षमा किया और बहुत से कोढ़ी लोगों को चंगा किया उन्होंने लोगों की बीमारियों को स्वस्थ किया, जन्म के अंधो को चंगा किया, दुष्टात्माओं से ग्रसित लोगों को छुटकारा दिया, लगड़ो को चंगा किया, मरी हुई एक लड़की को जिंदा किया, लकवे के रोगियों को चंगा किया, रक्तस्राव वाली स्त्रियों को चंगा किया, बहरों को गूंगों को चंगा किया, कुबड़ी स्त्री को चंगा किया, तूफ़ानो को शांत किया, 5000 लोगों को सिर्फ 2 रोटी और 5 मछली से भोजन खिलाया, 4 दिन के मरे हुए को जिंदा किया। और भी बहुत से काम यीशु मसीह ने किया। तब लोगों ने का की ये साधारण मनुष्य नहीं बल्कि कोई नबी है या मसीह है या परमेश्वर का पुत्र है। लोग यीशु के पीछे ये बोलते थे कि बिना परमेश्वर के ऐसे कामों को कोई नहीं कर सकता।
आज सवाल यह नहीं है कि यीशु मसीह ने कहा या नहीं कहा कि वो परमेश्वर हैं कि नही।
आज आप खुद अपने जीवन में यीशु मसीह को एक मौका देकर खुद जाँच ले कि यीशु मसीह परमेश्वर हैं कि नहीं।
लोगों के बातों में भरोसा मत कीजिये परन्तु खुद परख के देख लीजिये।